रुद्रपुर:आखिरकार दुकान विवाद में पिता-पुत्र की हत्या के पीछे सलूजा बंधुओं के अलावा किसका हाथ और कौन दे रहा था सलूजा बंधुओं का साथ ?

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रुद्रपुर में बीते देर रात लगभग 2:00 बजे आसपास शहर के मुख्य बाजार में स्थित गल्ला मंडी में हुए दुकान के विवाद में पिता-पुत्र की गोली मार कर निर्मम हत्या कर दी गई…इस जघन्य हत्याकांड में देर रात 62 वर्षीय गुरमेज सिंह और 26 वर्षीय उनके बेटे मनप्रीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी…बताया जा रहा है कि ईश्वर कॉलोनी निवासी गुरमेज सिंह ने पांच साल पहले मॉडल कॉलोनी निवासी अवधेश सलूजा और उनके भाई दिनेश सलूजा से गल्ला मंडी में किराए में पर उनकी दुकान ली थी और इस बीच आर्थिक तंगी के कारण अवधेश सलूजा ने दुकान 50 लाख रुपये के लोन के एवज में बैंक में गिरवी रख दी थी,जिसे बाद में वो छुड़वा नहीं पाए…यहीं से शुरू होती है पूरी कहानी,बताया जा रहा है कि मृतक गुरमेज सिंह ने बाद में ग्रामीण बैंक के कुछ अधिकारी और कर्मचारियों से मिली भगत कर अवधेश सलूजा की लगभग 2 से 3 करोड रुपए के बाजार मूल्य की दुकान केवल 48 लाख की नीलामी में वर्ष 2024 में खरीद ली थी,जिसके बाद से अवधेश सलूजा और गुरमेज सिंह के बीच रंजिश शुरू हो गई…

(मृतक पिता-पुत्र की फोटो)

दरअसल सूत्रों के अनुसार जिस दुकान को गुरमेज ने 48 लाख रुपए में खरीदा था उस दुकान की कीमत वर्तमान समय में करोड़ों में थी और तो और दुकान से लगाती हुई नजूल के एक बड़े भूखंड पर भी बीते कई वर्षों से सलूजा बंधुओं का ही कब्जा था और दोनों प्रॉपर्टी का वर्तमान बाजार मूल्य लगभग 10 से 12 करोड रुपए बताया जा रहा है…उधर विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार सलूजा ने गुरमेज को अपनी दुकान वापस देने के लिए 48 लाख के अलावा 20 से 25 लाख रुपए अतिरिक्त देने की बात करते हुए दुकान को वापस देने के लिए कई बार बात की पर बात नहीं बनी…बताया यह भी जा रहा है कि सलूजा काफी लंबे समय से अपनी दुकान और दुकान से लगाती हुई नजूल की भूमि को बेचने के लिए शहर के बड़े-बड़े पूंजीपतियों और धन्नासेठों के संपर्क में थे पर बात नहीं बन पा रही थी और ऊपर से सलूजा बंधुओं के हाथ से दुकान भी निकल गई थी,जिसको वापस पाने के लिए उन्होंने कोर्ट की शरण भी ली पर कोर्ट से भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी…

उधर बीते देर रात एकाएक इस पूरे मामले में एक नया मोड़ आता है,जब अवधेश सलूजा और उसका भाई दिनेश सलूजा लगभग एक दर्जन लोगों के साथ जेसीबी से गुरमेज की दुकान की दीवार तोड़ने और शायद दुकान पर कब्जा लेने के लिए मौके पर पहुंच जाते हैं …इस बात की सूचना मिलने के कुछ देर बाद मौके पर
गुरमेज सिंह अपने दो बेटों के साथ मौके पर पहुंच जाते हैं, जहां कुछ ना कुछ तो ऐसा बड़ा हुआ जिसके बाद मौके पर गोली चलती है और 62 वर्षीय गुरमेज सिंह और 26 वर्षीय उनके बेटे मनप्रीत सिंह गोली लगने से मौत हो जाती है…उधर इस हत्याकांड के आरोपी दिनेश सलूजा नाटकीय ढंग से पैर में गोली लगने के कारण रात ही रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती भी हो जाते हैं,जहां उनका इलाज चल रहा है और वो फिलहाल पुलिस हिरासत में है…इस दोहरे हत्याकांड के पूरे मामले को अगर गौर से देखा जाए तो एक बात बिल्कुल साफ है कि अगर गुरमेज सिंह दुकान पर देर रात पुलिस के साथ पहुंचते अथवा पुलिस को सूचना दे देते तो शायद गुरमेज और उनके बेटे की जान बच जाती…

दरअसल इस पूरे मामले में सलूजा को जानने वाले नजदीकी लोगों का यह कहना है कि सलूजा बंधु बिना किसी के बैक सपोर्ट के इतनी बड़ी वारदात को अंजाम नहीं दे सकते और अपने हाथ से किसी की हत्या नहीं कर सकते…तो सवाल उठता है कि क्या मौके पर मौजूद किसी अन्य व्यक्ति अथवा अपराधी ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया है ?
इस पूरे मामले में पुलिस को यह भी जांच करनी चाहिए अथवा पुलिस जांच कर रही होगी कि आखिरकार मौके पर सलूजा बंधुओं के अलावा वारदात स्थल पर एक दर्जन से अधिक वो लोग कौन थे ?
सवाल यह भी उठना है कि इस दोहरे हत्याकांड में प्रयुक्त हुए हथियार सलूजा बंधुओं को किसने दिए या फिर हथियारों का इस्तेमाल किसी और ने किया ?

ऐसा नहीं है कि यह सवाल सिर्फ हमारे ही मन में उठ रहे है, दरअसल इसी एंगल पर रुद्रपुर कोतवाली पुलिस भी काम कर रही है क्योंकि जिस दौरान इस हत्याकांड को अंजाम दिया क्या उस दौरान मौके पर सलूजा बंधुओं के साथ ही लगभग एक दर्जन से अधिक लोग भी मौजूद थे और सूत्रों के अनुसार उनमें से कुछ लोग अपराधी प्रवृत्ति के बताए जा रहे हैं…तो क्या इस हत्याकांड के पीछे किसी बड़े अपराधी का दिमाग काम कर रहा था और अब उस अपराधी को बचाने के लिए क्या कोई पर्दे के पीछे रहकर सलूजा बंधुओं की मदद कर रहा है ?
आखिरकार इस दोहरे हत्याकांड के बाद नाटकीय ढंग से दिनेश सलूजा के पैर में गोली कैसे लग गई और किसके कहने पर सलूजा को रुद्रपुर के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया ?

फिलहाल इन सभी प्रश्नों को दिमाग में रखते हुए पुलिस अब कई एंगल पर काम कर रही है और इस हत्याकांड के सफल अनावरण के लिए पुलिस की कई टीमों को लगाया गया है,इस हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस सर्विलांस की भी मदद दे रही है और सलूजा बंधुओं के अलावा उनके पारिवारिक सदस्यों के मोबाइल की कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है…सूत्रों की माने तो इस हत्याकांड की पूरी पटकथा में सलूजा बंधुओं का ही हाथ है पर सलूजा बंधुओं के हाथ के पीछे किसका साथ है पुलिस अब इस बात की जांच भी कर रही है,बहरहाल लगातार बढ़ते दबाव के मद्देनजर कल पुलिस इस दोहरे हत्याकांड का प्रारंभिक खुलासा कर सकती है।