रुद्रपुर:कुरैया सीट पर अरोड़ा और बेहड़ की प्रतिष्ठा दाव पर,BJP समर्थित प्रत्याशी के वोटर ID को लेकर कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी ने कही ये बड़ी बात…

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जी हां,जिस तरह से राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एवं किच्छा के कांग्रेसी विधायक तिलक राज बेहड़ ने कांग्रेस पार्टी में एक बार फिर अपने दबदबे का एहसास करते हुए कुरैया सीट से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार की आश्रित,जिला बार एसोसिएशन के सचिव एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सर्वेश सिंह की पत्नी सुनीता सिंह को कांग्रेस का समर्थित प्रत्याशी घोषित करवा दिया है,वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने इस बार इस सीट से कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले उपेंद्रर चौधरी की पत्नी कोमल चौधरी को अपना समर्थित प्रत्याशी घोषित कर दिया है और दोनों ही प्रत्याशियों ने अपना-अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है…


(कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी सुनीता सिंह और उनके पति सर्वेश सिंह)

हम आपको बता दें कि राज्य गठन के बाद से ही कुरैया सीट पर मुख्य रूप से भाजपा और कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों के बीच ही चुनावी जंग होती रही है,जिसमें से अब तक के सभी पंचायत चुनावों में से केवल एक बार ही भाजपा समर्थित प्रत्याशी ने इस सीट से अपनी जीत दर्ज की है…लिहाजा कांग्रेस पार्टी की इस सीट को अपनी पारंपरिक सीट मानती रही है और बीते 10 सालों से इस सीट पर कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी का ही कब्जा रहा है… राजनीति के जानकारों की माने तो इस सीट पर 18 ग्राम पंचायतों के लगभग 29000 मतदाता है,जिनमें लगभग 6 से 7 हजार मुस्लिम मतदाता भी हैं…

(भाजपा समर्थित प्रत्याशी कोमल चौधरी और उनके पति उपेंद्रर चौधरी)

राजनीति के जानकारों की माने तो कुरैया जिला पंचायत सीट से जहां एक तरफ तिलकराज बेहड़ ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित परिवार के सदस्य को कांग्रेस का समर्थित प्रत्याशी घोषित करवाकर किच्छा विधानसभा में रहने वाले पूर्वांचल समाज के वोटों को साधने का प्रयास किया है,वहीं दूसरी तरफ भाजपा विधायक शिव अरोड़ा ने बीते कई वर्षों से कांग्रेस के कब्जे में रही इस पंचायत सीट को अब भाजपा की झोली में डालने के लिए उपेंद्रर चौधरी की पत्नी कोमल चौधरी को भाजपा का समर्थित प्रत्याशी घोषित करवाने में सफलता प्राप्त कर ली है,जबकि भाजपा में इनसे योग्य ओबीसी के कई अन्य वरिष्ठ महिला नेत्री भी मौजूद है…

जहां एक तरफ भाजपा समर्थित प्रत्याशी कोमल चौधरी वर्तमान समय में नगर निगम क्षेत्र की पॉश ओमेक्स कॉलोनी में निवास कर रही हैं,जबकि दूसरी तरफ कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी सुनीता सिंह जिला पंचायत क्षेत्र कुरैया के अंतर्गत आने वाले ग्राम किरतपुर के ग्रामीण क्षेत्र में निवास करती हैं…उधर कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी और उनके पति सर्वेश सिंह का यह आरोप लगाया है कि बीते नगर निकाय चुनाव में भाजपा समर्थित प्रत्याशी कोमल चौधरी ने मतदान में प्रतिभा किया था तो फिर कैसे 6 महीने के अंदर ही वो कुरैया जिला पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र से मतदाता बन गई और कैसे उनका ग्रामीण क्षेत्र से वोटर आईडी कार्ड भी बन गया…

उनका कहना है कि गलत तरीके से कोमल चौधरी का मतदान पहचान पत्र कुरैया जिला पंचायत क्षेत्र से बनवाया गया है और अब इस पूरे मामले को लेकर वो पहले जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष भाजपा समर्थित प्रत्याशी का नामांकन खारिज करने को लेकर शिकायती पत्र देंगे और अगर जिला निर्वाचन विभाग से उन्हें न्याय नहीं मिलता है तो इस पूरे मामले को लेकर वो हाईकोर्ट की शरण में जाएंगे…हालांकि इस पूरे मामले को लेकर इशारों ही इशारों में विधायक तिलक राज बेहड़ भी आपत्ति जता चुके हैं…

उधर राजनीति के जानकारों की माने तो हमेशा की तरह इस बार भी कुरैया जिला पंचायत क्षेत्र में बड़ी संख्या में मुस्लिम मतदाता कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी को ही वोट डालेंगे पर कुछ राजनीतिज्ञों का यह भी कहना है कि काफी लंबे समय तक भाजपा समर्थित प्रत्याशी के पति उपेंद्रर चौधरी कांग्रेस पार्टी में भी रहे हैं और उस दौरान वो नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के राइट हैंड माने जाते थे, लिहाजा वो भी मुस्लिम मतों में कुछ सेंध लगा सकते हैं… जानकारों की माने तो अगर कुरैया सीट से भाजपा समर्थित प्रत्याशी कोमल चौधरी जीत हासिल कर लेती हैं तो भारतीय जनता पार्टी कोमल चौधरी को जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए अपना अधिकृत प्रत्याशी भी बना सकती है…

बहरहाल कुरैया जिला पंचायत सीट पर भाजपा और कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल कर दिया है और अभी जिला पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने वाले प्रत्याशियों को लेकर दर्ज की गई आपत्तियों पर भी सुनवाई होनी बाकी है और तो और अभी नाम वापसी की तिथि भी बची हुई है…कुल मिलाकर कहा जाए तो अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो हमेशा की तरह इस बार भी इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों के बीच की मुख्य रूप से चुनावी जंग होनी है …लिहाजा अब देखना यह होगा कि कुरैया सीट पर बीते दो बार की तरह इस बार भी कांग्रेस का दबदबा कायम रहता है या फिर इस बार इस सीट से भाजपा का कमल खिलता है ?