जी हां,बीते कुछ माह से तराई में बसे जनपद ऊधमसिंहनगर में चौकी,थाने और कोतवाली में तैनात पुलिस अधिकारी अलग ही तेवर में नजर आ रहे हैं…दरअसल जिले से आईपीएस अधिकारी मंजूनाथ की विदाई और बतौर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पद पर मणिकांत मिश्रा की तैनाती के बाद से ही पुलिस की तेवर बदल गए हैं…जिले में पुलिस के मुखिया का चेहरा बदलने के बाद अब पुलिस अधिकारी और कर्मचारी भी अब शातिर अपराधियों के प्रति आक्रामक तेवर अपना रहे है,लिहाजा बतौर जिले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पद पर मणिकांत मिश्रा की तनाती के बाद से बीते 5 माह में 15 अपराधियों को पुलिस मुठभेड़ में गोली मार कर करारा सबक सीख चुकी है…
इसी क्रम में आज नानकमत्ता थाना क्षेत्र के ग्राम गिद्धौर में चेकिंग के दौरान जब पुलिस ने एक नशा तस्कर भूपेंद्र सिंह को रोकने का प्रयास किया तो बाइक पर सवार अपराधी ने पुलिस पर ही तमंचे से फायर कर दिया और फिर क्या था,जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने बदमाश को गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया…उधर आज सितारगंज में एक मुकदमे में वांछित चल रहे बदमाश विकास पाल को जब पुलिस ने पकड़ने का प्रयास किया तो गिरफ्तारी से बचने के लिए अपराधी ने पुलिस टीम पर ही फायर कर दिया, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने गोली मारकर बदमाश को तमंचे और कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया है और इसके साथ ही जिले में बीते 5 माह में पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने से घायल होने वाले बदमाशों की संख्या अब कुल 15 हो गई है…
बहरहाल अपराधियों को उन्हीं की भाषा में जवाब देकर सबक सीखने वाली जिला पुलिस के इस बदले रूप से अब आमजन भी प्रसन्न है क्योंकि बीते 5 माह में अब तक जिले में पुलिस ने जिन 15 अपराधियों को मुठभेड़ के बाद गोली मारकर उनका इलाज किया है उनमें से ज्यादातर नशा तस्कर हैं और जो नशे के कारोबार से जनपद में नशा तस्करी का बड़ा नेटवर्क भी ऑपरेट कर रहे थे…
युवा पीढ़ी को नशे के जाल में फंसा कर खोखला करने वाले नशा तस्करों और तराई के जंगलों में लकड़ी तस्करी की वारदात को अंजाम देकर वन कर्मियों को गोली मारने वाले कई बेखौफ बदमाशों को भी पुलिस गोली का जवाब गोली से देखकर सबक सीख चुकी है,लिहाजा पुलिस के बदले चेहरे से अपराधियों के जहन में भी अब खाकी का डर बैठ गया है…कुल मिलाकर कहा जाए तो एसएसपी मणिकांत मिश्रा के कुशल निर्देशन में जिला पुलिस के बदले तेवर से अपराधियों के दिलों-दिमाग में पुलिस एनकाउंटर का खौफ तो पैदा हो ही गया है और ये डर फिलहाल की परिस्थितियों में बदमाशों की सेहत के लिए भी अच्छा है।