रुद्रपुर:14 महीने में 34 अपराधियों पर पुलिस का ‘बुलेट एक्शन’…जिले में SSP मणिकांत मिश्रा के ‘ऑपरेशन लंगड़ा’ से अब अपराधियों में दहशत

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जनपद ऊधमसिंहनगर में बतौर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनाती के बाद से बीते 14 माह में SSP मणिकांत मिश्रा के निर्देशन में जिला पुलिस आदतन और पेशेवर अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए उत्तर प्रदेश के ठोको पुलिस की तर्ज पर ‘ऑपरेशन लंगड़ा’ चला कर अब तक 34 अपराधियों को मुठभेड़ के दौरान गोली मारकर पुलिसिया सबक सिखा चुकी है…

जिले में अपराधियों को उन्हीं की भाषा में जवाब देने की पुलिस की इस नई तकनीक से जहां एक तरफ अपराधियों में दहशत और लोगों में पुलिस पर प्रति भरोसा बढ़ा है,वहीं दूसरी तरफ राजनीतिक संरक्षण प्राप्त अपराधी भी अब पुलिस के ऑपरेशन लंगड़ा अभियान से घबरा रहे हैं…

हम आपको बता दे की जिले में अन्य शातिर अपराधियों की तर्ज पर ही बीते दिनों पुलिस ने डिग्री कॉलेज गोलीकांड के मामले में नामजद शातिर गैंगस्टर गगन रतनपुरिया को भी एक मुठभेड़ के दौरान गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया था,गगन रतनपुरिया पर हत्या,गुंडा एक्ट और गैंगस्टर 32 मुकदमे दर्ज हैं…

उधर बीते 19 नवंबर को पुलिस ने टांडा जंगल में लूट के जिन दो आरोपी अरमान मोहम्मद और रिहान मोहम्मद को मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने गोली मारकर गिरफ्तार किया है उनके ऊपर भी लूट और चोरी के कई मुकदमे दर्ज हैं…

जहां एक तरफ अपराधियों के खिलाफ जिले में पुलिस के ऑपरेशन लंगड़ा की व्यापक कार्रवाई के बाद अपराधियों में हड़कंप है,वहीं दूसरी तरफ आम लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है…और तो और बुद्धिजीवी लोगों का भी यह मानना है कि अपराधियों के आतंक पर पुलिस के इस प्रकार की सख्ती से ही लगाम लगाई जा सकती है…

बहरहाल अगर जनपद में ऑपरेशन लंगड़ा के पुलिस रिकॉर्ड को देखा जाए तो जिले में हर महीने 2 तीन अपराधियों का पुलिस के 9 एमएम की पिस्टल से निकली गोली से पुख्ता इलाज हो रहा है,जो अभी आगे भी बदस्तूर जारी रहेगा…

उधर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने इस पूरे मामले पर यह साफ कहा है कि पुलिस के पास आत्मरक्षा का अधिकार है और अगर जिले में अपराधी अपराध करेंगे तो उन्हें रोकना पुलिस का काम है,अपराध और अपराधियों पर पुलिस सख्ती से अंकुश लगाएगी…साथ ही SSP ने यह भी कहा कि किसी भी दशा में कानून से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अपराधी अगर पुलिस पर हमला करेंगे तो पुलिसकर्मी कानून के दायरे में रहकर आत्मरक्षा के तहत हर संभव कदम उठाने को भी पूरी तरह से सक्षम है।