बीते रविवार यानी 30 नवंबर को ऊधमसिंहनगर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस-प्रशासन और प्राधिकरण की टीम ने किच्छा तहसील के सिरौलीकला क्षेत्र में भारी पुलिस बल की मौजूदगी में अवैध रूप से बनाई गई एक बड़ी मस्जिद को सीज कर दिया…SSP के नेतृत्व सिरौलीकला में पुलिस-प्रशासन और प्राधिकरण की टीम ने निरीक्षण के दौरान यह पाया कि राज्य सरकार को लाखों रुपए के राजस्व का चूना लगाकर सिरौलीकला में 50% से अधिक निर्माण कार्य अवैध रूप से किए जा रहे थे…

इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए जिले के SSP ने सिरौलीकला में रहने वाले सभी लोगों का व्यापक स्तर पर पुलिस वेरिफिकेशन करवाने के निर्देश भी किच्छा के पुलिस अधिकारियों को दे दिए हैं…दरअसल सिरौलीकला क्षेत्र उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद की सीमा से लगता हुआ है इसलिए इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बरेली और रामपुर के लोग अवैध तरीके से आकर सरकार को राजस्व का चूना लगाकर केवल स्टांप पर जमीन का सौदा कर धड़ल्ले से मकान,दुकान और धार्मिक स्थलों का अवैध निर्माण कार्य कर रहे हैं…
(मणिकांत मिश्रा,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक,ऊधमसिंहनगर)
इस मामले में SSP का यह भी साफ कहना है कि अवैध रूप से मस्जिद और मदरसे बनाने वालों के खिलाफ पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच के बाद आरोपियों को जेल भेजने का काम भी करेगी …उधर प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने सिरौली कला क्षेत्र में अवैध रूप से निर्मित भवनों का सर्वे कर अवैध निर्माण करने वाले संबंधित व्यक्तियों को नोटिस तमिल करवाने के आदेश प्राधिकरण के अधिकारियों को दे दिए,साथ ही प्राधिकरण के उपाध्यक्ष का यह भी कहना था कि नियमानुसार सुनवाई के बाद सभी अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने की कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी …
उधर इस पूरे मामले को लेकर आज कलेक्ट्रेट परिसर में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन कर सिरौलीकला में रहने वाले आफाक मलिक नामक व्यक्ति पर 200 परिवारों को स्टांप पर जमीन बेचने का आरोप लगाते हुए आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर जिलाधिकारी से मुलाकात की…बहरहाल इस पूरे मामले को देखकर सवाल यह भी उठना है कि आखिरकार केवल स्टांप पर खरीदी गई भूमि पर बन रहे भवनों में विद्युत विभाग मीटर कैसे लगा रहा है ?

सवाल यह भी उठना है कि जब इन क्षेत्रों में राज्य सरकार को लाखों रुपए के राजस्व का चूना लगाक रसरकारी भूमि अथवा स्टांप पर खरीदी गई भूमि पर अवैध निर्माण हो रहा था तो उस दौरान क्या प्राधिकरण के अधिकारी सो रहे थे ? हम आपको बता दें कि इससे पूर्व भी पुलिस-प्रशासन और प्राधिकरण की संयुक्त टीम ने किच्छा और रुद्रपुर के पहाड़गंज में अवैध रूप से निर्मित मदरसों को ध्वस्त कर दिया था…

बहरहाल पुलिस-प्रशासन और प्राधिकरण का अब अगला निशाना रुद्रपुर के फाजलपुर महरौला क्षेत्र में अवैध रूप से बड़ी संख्या में आए समुदाय विशेष के लोगों द्वारा सरकारी भूमि पर किए गए अवैध निर्माण को ध्वस्त करना है,इस पूरे मामले में पुलिस-प्रशासन और प्राधिकरण की टीम ने होमवर्क भी पूरा कर लिया है,लिहाजा जल्द ही फाजलपुर महरौला क्षेत्र में अतिक्रमा हटाओ अभियान को लेकर कार्रवाई शुरू हो सकती है।

