ऊधमसिंहनगर:गुंडई दिखा कर पुलिस पर गोली चलाने वाले गदरपुर के कुख्यात इनामी बदमाश गुरबाज सिंह को मुठभेड़ में गोली मारकर पुलिस ने किया गया गिरफ्तार…17 गंभीर आपराधिक मुकदमों में था वांटेड,SO नानकमत्ता पर भी चलाई थी गोली

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अपराध के क्षेत्र में तराई में बसे जनपद ऊधमसिंहनगर का डॉन बनने का सपना देखने वाले गदरपुर के कुख्यात इनामी बदमाश गुरबाज सिंह पुत्र प्रीतम सिंह को बीते बुधवार को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया है…पुलिस अधिकारियों के अनुसार शातिर अपराधी गुरबाज सिंह को छोटी-छोटी बात पर गोली चलाने का बड़ा शौक है और इसी शौक के कारण वर्ष 2019 में नानकमत्ता के तत्कालीन थाना अध्यक्ष कमलेश भट्ट पर भी इस शातिर अपराधी ने गोली चला दी थी,वो तो गनीमत रही की उस दौरान SO बाल बाल बच गए…

जिला चिकित्सालय में पुलिस की गोली लगने के बाद स्ट्रेचर पर लेटे मजबूत कद काठी के इस शातिर अपराधी के खिलाफ दिनेशपुर,गदरपुर,बाजपुर नानकमत्ता और उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के मिलक खानम थाने में हत्या का प्रयास,लूट,राहजनी, बलवा और मारपीट सहित कई धाराओं में डेढ़ दर्जन से भी अधिक मुकदमे दर्ज है…ये कुख्यात अपराधी लंबे समय से फरार चल रहा था और पुलिस ने इस फरार अपराधी की गिरफ्तारी पर 25000 रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा था…

दरअसल बीते बुधवार को गदरपुर के गूलरभोज क्षेत्र में चेकिंग के दौरान पुलिस कर्मियों की नजर जैसे ही इस वांछित अपराधी पर पड़ी पुलिस टीम ने कुख्यात गुरबाज को गिरफ्तार करने के लिए घेराबंदी शुरू कर दी पर खुद को पुलिस टीम से घिरा हुआ देखकर इस शातिर अपराधी ने अपनी आदत के अनुरूप तमंचे से पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया…फिर क्या था पंडित जी की पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गोली मारकर इसे गिरफ्तार कर लिया, जिस दौरान पुलिस इस घायल अपराधी को लेकर जिला अस्पताल ला रही थी उस दौरान ये लगातार हाथ जोड़कर पुलिस से अपनी जान के सलामती की भीख मांग रहा था…

असल में लोगों को तमंचे से डराने का शौक रखने वाले इस अपराधी के पैर में जैसे ही पुलिस की गोली लगी वैसे ही इसका दिमाग दुरुस्त हो गया और इसे लगातार यह डर सता रहा था कि कहीं पुलिस रात के अंधेरे में गूलरभोज के जंगल में इसकी आत्मा का परमात्मा से मिलान न करा दे…बहरहाल जिले में मुठभेड़ की सूचना के बाद स्वास्थ्य खराब होने के बावजूद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा एसपी सिटी काशीपुर के साथ जिला चिकित्सालय पहुंचे और स्ट्रेचर पर लेटे घायल कुख्यात अपराधी को दो टूक कहा कि-या तो अपराध छोड़ दो,या फिर जिला…

कुल मिलाकर कहा जाए तो जिले में अपनी तैनाती के बाद से अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे “ऑपरेशन लंगड़ा” के तहत अब तक 15 महीनों में SSP मणिकांत मिश्रा के कुशल निर्देशन में पुलिस 35 अपराधियों को उन्हीं की भाषा में जवाब देकर अलग-अलग मुठभेड़ के दौरान गोली मारकर करारा सबक सीख चुकी है और कप्तान के तेवर को देखकर लगता है कि फिलहाल जिले में अपराधियों के खिलाफ पुलिस का “ऑपरेशन लंगड़ा” इसी प्रकार आगे भी बदस्तूर जारी रहेगा।