रुद्रपुर:ENCOUNTER का सता रहा डर,अपराधी करना चाह रहे सरेंडर…बदमाश गोली के डर से लाचार,पुलिस कर रही अपराधियों को गिरफ्तार

खबर शेयर करें

कहते हैं ना “भय बिन होई न प्रीति” अर्थात बिना भय के प्रेम या सम्मान नहीं हो सकता है और ये तुलसी दास जी की एक प्रसिद्ध चौपाई है,जो रामायण में मिलती है…बिल्कुल इसी तर्ज पर अपराध और अपराधियों की दृष्टि से राज्य के सबसे संवेदनशील जनपद ऊधमसिंहनगर में पुलिस अपने कमांडर मणिकांत मिश्रा के कुशल निर्देशन में काम कर रही है…जहां पुलिसकर्मियों को अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने की योग्यता के आधार पर पोस्टिंग में प्राथमिकता मिलती हो,वहां निश्चित तौर पर अपराधियों का मनोबल पस्त होना तो स्वाभाविक है…

तराई में बसे जनपद ऊधमसिंहनगर में अपराधियों को उन्हीं की भाषा में जवाब देने के लिए विशेष तौर पर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में चलाए जा रहे “ऑपरेशन लंगड़ा” से डरकर अब अपराध से संबंधित मुकदमों में वांछित चल रहे अपराधी कोर्ट और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करना चाह रहे हैं पर पुलिस भी खुद को लाचार दिखा रहे बदमाशों को सरेंडर करने से पहले ही गिरफ्तार कर रही है…ऐसे ही एक मामले में पुलिस ने बीते दिनों रुद्रपुर के मुख्य बाजार में हुए पिता-पुत्र हत्याकांड के अपराध में फरार चल रहे अभियुक्त सागर हुंडिया को आज गिरफ्तार कर लिया है,हम आपको बता दें कि इस पूरे मामले में पुलिस ने अब तक पांच सगे भाइयों सहित कुल आठ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है…

(पुलिस गिरफ्त में पिता-पुत्र हत्याकांड का अभियुक्त सागर हुंडिया)

उधर बीते 21 मई को इंदिरा कॉलोनी में एक व्यक्ति के घर के बाहर फायरिंग करने के मामले में फरार चल रहे मुख्य अभियुक्त विक्रमजीत सिंह उर्फ जोरा जट को आज पुलिस ने कोर्ट में सरेंडर करने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया है…हम आपको बता दें कि इससे पूर्व जाफरपुर गोलीकांड के अंजाम को देने वाले कई बदमाशों ने पुलिसिया एनकाउंटर के डर से कोर्ट में आत्म समर्पण करने की योजना बनाई थी पर बाद में पुलिस ने बदमाशों के मंसूबों पर पानी फेरते हुए उन्हें एक-एक कर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था…दरअसल जिले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात होने के बाद से ही जिला पुलिस के मुखिया के निर्देशन में पुलिस अपराधियों को उन्हीं की भाषा में जवाब देने का काम कर रही है…

जिसका नतीजा यह है कि बीते 9 माह में पुलिस अब तक 24 अपराधियों को एनकाउंटर में गोली मारकर जिले में कानून का इकबाल बुलंद कर चुकी है…उत्तर प्रदेश की ठोको पुलिस की तर्ज पर जिस तरीके से तराई में पुलिस ने बदमाशों के प्रति आक्रामक रूप अपनाया है,उससे कम से कम अब अपराधियों के जहन में पुलिस के द्वारा चलाए जा रहे “ऑपरेशन लंगड़ा” का खौफ तो पैदा हो ही गया है…दरअसल जिले में ऑपरेशन लंगड़ा के तहत जिन 24 अपराधियों को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गोली मारी थी,उनके पैर में पुलिस की गोली लगी थी…

इसलिए जनपद में अपने पैरों की सलामती के लिए अपराधी अब पुलिस की बंदूक और गोली से डरते हुए छुपकर भागने के स्थान पर हथकड़ी पहनना ज्यादा पसंद कर रहे हैं क्योंकि उन्हें लगता है की हथकड़ी पहनकर कम से कम वो अपने दोनों पैरों पर चलकर जेल के अंदर जा पाएंगे…बहरहाल कुल मिलाकर कहा जाए तो फिलहाल जिले के तेज तर्रार SSP मणिकांत मिश्रा देश,काल और परिस्थिति के अनुसार कम से कम आदतन आपराधिक वारदातों को अंजाम देने वाले बेखौफ शातिर अपराधियों को गोली की डर से शांत तो कर रहे हैं।